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वृद्धा की मौत के दो दिन बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट


 इंदौर। इंदौर में एक 70 साल की महिला की 17 अप्रैल को मौत के दो दिन बाद शनिवार रात उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। राज्य में अब तक 71 संक्रमितों की मौत हो चुकी। इनमें से इंदौर जिले में 48 की मौत हुई है। उधर, शनिवार देर रात जूनी थाने के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की मौत हो गई। वे 30 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुए थे। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आ गई थीं। इसके बाद अस्पताल से डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी।


30 अप्रैल तक कफ्यू में छूट नहीं


30 अप्रैल इंदौर। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया की आज माननीय कैबिनेट सेक्रेटरी दिल्ली ने सम्पूर्ण भारत के कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिसमे भीलवाड़ा राजस्थान और आगरा उत्तर प्रदेश का मॉडल सबसे आदर्श रहा, क्योंकि वहाँ पर स्थानीय प्रशासन द्वारा शुरुआत से ही सख़्ती इख़्तेहर की गई, जिससे वहां के कोरोना पोस्टिव मरीजों में उल्लेखनीय रूप से कमी आई है। सूत्रों के मुताबिक इंदौर ज़िले की वर्तमान हालातों को देखते हए, जिला प्रशासन कफ्यूँ को 30 अप्रैल 2020 तक लागू करने संबंधी आदेश आज देर रात जारी कर सकता है। प्रशासन के लगातार निर्देशों के बाद भी, इंदौर की जनता द्वारा कयूं की उपेक्षा करने पर एवं इंदौर तक कफ्यू में में कोरोना पोस्टिव मरीजों में उछाल आने पर जिला कलेक्टर द्वारा गए दिए निम्न निर्देश: 1. कर्ण्य में छूट के अलावा ज़रूरी काम से भी निकलने पर फिलहाल रोक। ज़्यादा आपातकाल की स्तिथि में (104) राज्य हेल्पलाइन पर करें संपर्क। प्रशासन करेगा हर संभव सहायता। 2. सब्जीवालों एवं दूधवाले जो कयूं का उल्लंघन कर रहे है. एवं छूट के बाद भी सब्जी या दूध वितरित कर रहें है, इन्हें धारा 151 में गिरफ्तार कर 30 अप्रैल तक अस्थाई जेल में रखने के निर्देश। कलेक्टर खुद करेंगे इसकी निगरानी। 3. बिना कारण घूमने वालों पर, प्रेस को छोड़कर कोई भी, पर गाड़ी जप्त कर 30 अप्रैल तक अस्थाई जेल में डालने के निर्देश। लापरवाही करने पर संबंधित अधिकारी पर गाज गिरना तय। 4. ज़रूरत पड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करने की खुली छूट, किसी भी सामान्य से लेकर रसूखदार तक को नहीं बख्शा जाएगा। 5. सभी प्रकार के लोगों को मिले हए समस्त विशेषाधिकार आगामी आदेश तक किये रद्द। 6. ज़िले की सीमा की सील, आगामी आदेश तक किसी को भी जिले से बाहर जाने या अंदर आने पर रोक। कलेक्टर श्री सिंह ने इंदौर की जनता से निवेदन किया है. की लॉकडाउन का अनुपालन करें, सारा प्रशासन उन्हीं की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है, दिन रात काम कर रहा हैं, स्तिथि फिलहाल संवेदनशील हैं, कृपया इसे समझे, नहीं समझने वालों से सख्ती से निपटेंगे।


45 मरीज क्वारैंटाइन सेंटर से वापस घर पहंचे


वापस घर पहंचे नए रोज मिला जो बीते दिन में सुबह इंदौर। शनिवार को आई रिपोर्ट में महज 9 नए मरीज मिले, जो बीते 7 दिन में सबसे कम हैं। इससे पहले 12 अप्रैल को 8 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। शहर में कुल मरीजों की संख्या 891 हा गई है। हालाकि, इस पर कुछ पच है। दरअसल, शुक्रवार को 50 नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर में मरीजों की कल सख्या 892 बताइ था। शानवार का इस घटाकर 881 कर दिया। बाद में सीएमएचओ ने स्पष्ट किया कि शुक्रवार को जो 50 संक्रमितों की सूची आई थी, उसमें 11 मरीज दूसरे जिलों के थे, इसलिए उन्हें हटा दिया गया। सराफा मोरसली गली में से वरुण बंगाली के यहां से 60 से अधिक कारीगरों को ले जाया रहा । आज सुबह 4 कारीगरों की पॉज़िटिव रिपोर्ट आने की खबर है।


दो-तीन दिनों में स्थिति नियंत्रण में होगी- सीएमएचओ


दो-तीन दिनों में स्थिति इंदौर। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया ने आज कहा कि इंदौर जिले में अब तक 160 कंटेनमेंट एरिया सोना घोषित किए गए इनमें लगभग 15 सौ लोगों को 1ौलोगों को क्वारेंटाइन किया गया है । इन लोगों में से जिनके 14 दिन पूर्ण हो चुके हैं ऐसे 500 लोगों को घर भेजा जा चुका है। श्री जड़िया ने बताया कि कल रात तक 50 नए मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है इन्हें मिलाकर अब तक इंदौर स्थिति नियंत्रण में होगीजिले में 892 कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं । श्री जड़िया ने बताया कि कल दिल्ली से एक विशेष टीम ने आकर इंदौर में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्हें ला का जाले कामों की जान संपूर्ण जानकारी दी गई जिससे वे संतुष्ट नजर आए। श्री जड़िया के अनुसार जिले में अब तक 7 लाख कल लोगों का स्वास्थ्य सर्वेकिया जा चुका है। इसके कोरोना लिए अभी 550 टीम में काम कर रही हैं। 200 टीमों को आज और लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 72 कोरोना पॉजिटिव रहे मरीजो की 2 बार रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। श्री जड़िया ने बताया कि इंदौर जिले में वर्तमान में जितने भी मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है वह सभी पहले से ही कंटेनमेंट एरिया या क्वॉरेंटाइन एरिया में हैं। इसलिए अन्य क्षेत्रों में संक्रमण फैलने जैसी कोई स्थिति नहीं है। उन्होंने विश्वास जताया कि जिले में दो-तीन दिनों में स्थिति सामान्य होकर पूरी तरह नियंत्रण में आ जाएगी I


लॉकडाउन के चलते कोरोना महामारी से बचने के लिए निकाला फ्लैग मार्च


इन्दौर। इन्दौर पुलिस अधीक्षक पूर्वी क्षेत्र श्री मोहम्मद युसुफ कुरैशी के नेतृत्व में अति. पुलिस अधीक्षक जोन-1 श्री जयवीरसिंह भदौरिया, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री बी.पी.एस परिहार, नगर पुलिस अधीक्षक संयोगितागंज, पूर्ति तिवारी, टीआई कोतवाली, टीआई एमजी रोड, टीआई तुकोगंज, टीआई संयोगितागंज, टीआई पलासिया व टीआई छोटी ग्वालटोली एवं संबंधीत थाने के पुलिसकर्मियो व नगर सुरक्षा समिति के पदाधिकारियो के साथ मिलकर एक फ्लैग मार्च जो थाना तुकोगंज क्षेत्र से प्रारंभ करते हए थाना कोतवाली, एमजी रोड, संयोगितागंज, पलासिया व छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्रो के संवेदनशील व मुख्य मार्गोपर भ्रमण करते हुए निकाला गया जिसमें आम नागरिकों को यह संदेश दिया गया कि समूचा विश्व इस महामारी से ग्रसित है । हमारा इन्दौर जिला भी इस महामारी के संक्रमण से झुझता नजर आ रहा है, जिसके चलते हमें और सावधान और सतर्क रहना है घरों के अंदर रहना है। लॉक टाउन के नियम का पालन करना है, चेहरे पर बिना मास्क के बांधे घर से बाहर नहीं निकलना है। अनावश्यक रुप से बाहर घूमने फिरने वालो व लॉक डाउन के नियम का उल्लंघन करने वालो के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।


कोरोना संक्रमित और रासुका का आरोपी जावेद मदनपुर चेकपोस्ट से पकड़ा गया 


इंदौर। जबलपुर अस्पताल से 19 अप्रैल को शिफ्टिंग के दौरान भागे रासुका के आरोपी जावेद को पुलिस ने नरसिंहपुर जिला स्थित मदनपुर चेक पोस्ट ने सोमवार सुबह पकड़ लियाआरोपी सुबह करीब 6.30 बजे बाइक चोरी कर यहां से भाग रहा था। आरोपी को चंदन नगर में पुलिस पर पर हमला करने के मामले में जबलपुर जेल भेजा गया था। उसके यहां से भागने पर डीआईजी ने 50 हजार और जबलपुर पुलिस ने 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थीजानकारी अनुसार आरोपी जाट जबलपाने एक ट्रक में बैठकर नरसिंहपुर पहंचा थाइसके बाद वह पैदल मदनपुर चेक पोस्ट पहुंचा। यहां से वह बाइक चोरी कर भागने का प्रयास कर रहा था तभी चेक पोस्ट पर तैनात दल ने उसे पकड़ लिया। रविवार को आरोपी को मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा था। इसी दौरान वह मेडिकल स्टाफ और पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया थादो पुलिसकर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी। इंदौर के चंदन नगर में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पर जावेद और उसके तीन साथियों ने हमला कर दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश के बाद चारों पर रासुका की कार्रवाई की गई थी। बाद में चारों को गिरफ्तार कर यहां से जबलपुर जेल भेजा गया। वहां कलेक्टर के आदेश पर चारों को अस्पताल के जेल वार्ड में भर्ती कराके कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। इसमें जावेद की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थीउसे मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। बाकी के तीन आरोपियों को सेंटल जेल के अलग बैरक में रखा गया है I


ग्रीन श्रेणी के सवा सौ से अधिक अस्पतालों की ओपीडी हई शुरू


इंदौर। इंदौर जिले में कोरोना वायरस से निपटने के लिये व्यापक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जा रही हैं। आम नागरिकों के इलाज के लिये भी ग्रीन श्रेणी के अस्पतालों को चिन्हित कर उनकी ओपीडी शुरू करायी जा रही है। अभी तक लगभग 125 अस्पतालों में ओपीडी शुरू हो गयी है। यहाँ आने वाले मरीजों के स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था की गयी है। सभी ग्रीन अस्पतालों में नोडल अधिकारी बनाये गये हैं, जो व्यवस्था पर नजर रखे हुये हैं। ग्रीन अस्पताल में स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस के संभावित लक्षण पाये जाने पर उन्हें यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजने के विशेष प्रबंध किये गये हैं। यह व्यवस्था कलेक्टर श्री मनीष सिंह के निर्देशानुसार सुनिश्चित की जा रही है। उक्त व्यवस्था के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर श्री चन्द्रमोली शुक्ला ने बताया कि व्यवस्थाओं के संबंध में ग्रीन तथा यलो अस्पताल के बीच समन्वय बनाने तथा अन्य कार्यों के लिये एक कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इस कन्ट्रोल रूम को दूरभाष नम्बर 0731- 2363009 है। इस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से ग्रीन और यलो अस्पताल के बीच समन्वय स्थापित किया जा रहा है। इस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से ओलो एम्बुलेंस को बुलाने, स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें, ग्रीन हॉस्पिटल में मरीजों के उपचार, ग्रीन एवं यलो हॉस्पिटल के नोडल अधिकारियों के आपसी समन्वय का कार्य भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक 125 अस्पतालों में ओपीडी शुरू हो गयी है। इन अस्पतालों में सर्दी, खाँसी, बुखार आदि कोरोना के लक्षण पाये जाने वाले मरीजों के लिये अलग से स्क्रीनिंग सेंटर बनाये गये हैं। स्क्रीनिंग सेंटर में ही जांच के उपरांत कोरोना लक्षण पाये जाने पर उन्हें तुरंत ही यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजा जा रहा है। इस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से स्क्रीनिंग सेंटर के नोडल अधिकारी को बताया जाता है कि इस यलो अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और उन्हें किस यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजा जाना है। नोडल अधिकारी द्वारा बताये जाने पर संबंधित यलो हॉस्पिटल में कोरोना संभावित मरीज को भर्ती करने के लिये पूर्व व्यवस्था हो जाती है, जिससे की कोई परेशानी नहीं आ रही है। मरीज को ग्रीन अस्पताल से यलो अस्पताल में भेजने के लिये संबंधित अस्पताल की एम्बुलेंस अथवा ओलोकेव एम्बुलेंस का उपयोग किया जा रहा है।


केंद्रीय जेल में चार और कोरोना पॉजिटिव मिले


इंदौर। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित शहर इंदौर में अब जेल में भी संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। चंदन नगर क्षेत्र में पुलिस पर पथराव में आरोपी नासिर पिता कल्ल खां और एक अन्य कैदी हकम की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद चार और कैदी संक्रमित पाए गए हैं। जेल में यह आंकड़ा बढ़कर अब 6 हो गया है। इन कैदियों को गले में संक्रमण होने पर एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। प्रशासन ने करीब 80 कैदियों को खंडवा रोड स्थित अस्थाई जेल में शिफ्ट कर दिया है। केंद्रीय जेल के जेलर लक्ष्मण भदौरिया के अनुसार, चंदन नगर क्षेत्र में पुलिस पर पथराव के आरोपी जावेद को रासुका के तहत जबलपुर जेल भेजा गया था। वहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। इसके बाद इंदौर जेल में बंद उसके पिता के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। उसके अलावा हक्म सिंह की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने पर जेल में कुछ अन्य बंदियों का परीक्षण किया गया। कुछ के गले में संक्रमण होने से उन्हें एमवाय अस्पताल भेजा गया था। यहां पर 7 कैदियों को भर्ती कर लिया गया था। इनमें से पांच की रिपोर्ट आई है, जिनमें से चार पॉजिटिव जबकि एक निगेटिव है I


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