प्रदेश खबरें

प्रदेश खबरें 02                                                                                                  शिक्षानायक


40 साल बाद कालूखेड़ा परिवार भगवा धारण कर फिर भाजपामय


जावरा। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार शाम भोपाल भाजपा कार्यालय पहुंचे। उनके स्वागत में भाजपाइयों के साथ ही प्रदेशभर से सिंधिया समर्थक वे कांग्रेस नेता भी पहंचे जो अब कांग्रेस से दूरी बना चुके हैं। इन्हीं में कांग्रेस प्रदेश महासचिव केके सिंह कालूखेड़ा व रतलाम से निमिष व्यास तथा 35 से ज्यादा समर्थक नेता-कार्यकर्ता शामिल थे। एयरपोर्ट पर केके सिंह को भीड़ में देखते ही सिंधिया ने पास बुलाया और गले लगाते हए कहा कि आज महेंद्रसिंहजी की बहुत याद आ रही हैसिंह ने कहा हम पूरी तरह साथ है। इसके बाद सिंधिया आगे बढ़ गए और फिर सिंह ने भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात की। जिन्होंने कालूखेड़ा को भाजपा का दुपट्टा यानी भगवा धारण करवाया। इसी के साथ 40 साल से कट्टर कांग्रेसी रहा कालूखेड़ा परिवार एक बार फिर से भगवा धारण करके भाजपा में शामिल हो गयादरअसल सिंह के भाई पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय महेंद्रसिंह कालूखेड़ा ने भी शुरुआत में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया के साथ जनसंघ से ही राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने माधवराव सिंधिया के कहने पर ही वर्ष 1972 में अशोकनगर सीट पर जनसंघ के टिकट पर पहला विधायक का चुनाव जीता था। राजमाता विजयाराजे के कहने पर वे माधवराव के साथ साए की तरह रहे। वर्ष 1980 में जब माधवराव ने कांग्रेस का दामन थामा तो महेंद्रसिंह कालूखेड़ा भी कांग्रेस में शामिल हो गए। तब से ये परिवार कांग्रेस में है और जावरा विधानसभा तथा मंदसौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस को न केवल मजबूती प्रदान की बल्कि सिंधिया समर्थकों की फौज तैयार की। सिंधिया का कालूखेड़ा परिवार से पारिवारिक रिश्ता है और यही कारण है कि उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे केके सिंह के कक सिह क लिए कहा था कि ये मेरा परिवार है। अब जब सिंधिया ने भाजपा का दामन थामा तो कालूखेड़ा ने भी कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया.


4 लाख रुपए के नकली नोट चला दिए बाजार में


नीमच। चार दिन पहले हाईवे स्थित एक ढाबे से चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया निवासी युवक को नकली नोट चलाते हुए गिरफ्तार किया था। इसके पास से 1.57 लाख रुपए के नकली नोट मिले थे। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से दो दिन की रिमांड मिली। इसमें बड़ा खुलासा हआ। पुलिस ने इसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया। तीनों ने बताया कि चार माह में 100, 200 और 500 के चार लाख रुपए कीमत के नकली नोट बाजार में चला दिए। इसमें 14 मार्च को गिरफ्तार आरोपी हम्माल है। जबकि उसके साथ दो कम्प्यूटर सेंटर संचालक है। इनके पास से प्रिंटर, कटर. नोट छापने में प्रयुक्त ग्लेज पेपर सहित अन्य सामग्री जब्त कीएसपी मनोज रॉय ने बताया कि जिले में नकली नोट चलाने वाले गिरोह की पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी। इन्हें पकड़ने के लिए टीम गठित की। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया। 14 मार्च सूचना मिलने पर टीम हर्कियाखाल चौकी के पास स्थित एक ढाबे पर पहंची। जहां बाइक क्रमांक आरजे 27 बीपी 7234 से आए चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया निवासी यूसुफ (30) पिता साहीनुर खां पठान निवासी न्यू आबादी, बोदियाना धनेतकलां थाना चंदेरिया को नकली नोट चलाते हुए गिरफ्तार कर 8 नकली नोट जब्त किए। उसके पास मिले बैग की तलाशी ली तो उसमें 200-200 रुपए के 185 नकली नोट कुल 1 लाख 57 हजार मिले। प्रकरण दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश कियाजहां से 17 मार्च तक रिमांड मिली। टीम से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा राज उगल दिया। गिरोह में शामिल दो सदस्य के नाम बताए। पलिस टीम ने चंदेरिया जाकर उसके साथी कमलेश उर्फ (26) अशोक पिता अर्जुनलाल बुनकर निवासी महावीर स्कूल के पास रोलाहेडा चंदेरिया तथा दिनेश (22) पिता कैलाश लौहार निवासी शिव कॉलोनी चंदेरिया को गिरफ्तार किया और नीमच लेकर आए। तीनों आरोपियों से और कितने लोग हैं इनके बारे में पूछताछ की जा रही है। टीम ने चंदेरिया में कमलेश की व्यावसायिक कशलता शॉप पर छापा मारकर नकली नोट छापने में उपयोग कलर फोटो कॉपी मशीन, नोट काटने का कटर तथा 10 दस्ते कागज और कुल छपे हुए नकली नोट जिनकी कटिंग बाकी थी जब्त किए। दिनेश लौहार जो ई-केंद्र का संचालन करता है। ये दोनों कम्प्यूटर चलाने व तकनीकी के जानकार होने से नकली नोट प्रिंट कर हम्माल यूसुफ पठान को देते थे। जो बाजार में चलाता था। आरोपियों ने अब तक 2 हजार, 500, 200 और 100 के 4 लाख से अधिक कीमत के नकली नोट बाजार में चलाना स्वीकार किया है। आरोपी यह काम दिसंबर 2019 से कर रहे थे। बरामद नोट बहत ही उच्च दक्षता से छापे गए हैं। जिन्हें असली नोटों के बीच में रखकर चलाते थे। टीम को 10 हजार रु. का इनाम दियानकली नोट चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली जीरन पुलिस टीम को एसपी राय द्वारा 10 हजार रुपए का ईनाम देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि कोई भी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी बेहतर काम करेंगा उन्हें सम्मानित किया जाएगा !


सिंगापुर से आए इंजीनियर को कोरोना


शाजापुर। कोरोना से बचाव के लिए देशभर में बरते जा रहे इंतजाम के बीच शाजापुर के जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई। यहां पहुंचे ग्राम मदाना निवासी विजयसिंह पिता कुमेरसिंह ने डॉक्टरों से कहा कि 6 मार्च को सिंगापुर से आया हूं और तभी से सर्दी-खांसी हैगले में भी इंफेक्शन है। ऐसे में मुझे शंका है कि कहीं कोरोना तो नहीं हो गया। बावजूद इसके डॉक्टर बगैर मास्क पहने ही उससे चर्चा करते रहेयुवक भी पाक भी मास्क लगाकर ब्लड बैंक के बाहर सामान्य मरीजों की बीच खड़ा रहा। बाद में वहां पहंचे अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. शुभम गुप्ता ने मौजूद डॉ. सक्सेना को सुरक्षा संबंधित निर्देश याद दिलाए। इधर, अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों ने भी ताबड़ तोड़ मास्क पहन लिया। ब्लड चेक कराने के लिए पर्ची लेकर लाइन में खडे यवक को डॉक्टरों की टीम ने बाहर बुलाया और उसे अस्पताल में बनाए गए कोरोना (आइसोलेशन) वार्ड में भेजा। करीब 20 मिनट तक उस वार्ड में रखकर डॉक्टरों ने उसका उपचार किया। हालांकि इस दौरान उसमें कोरोना संबंधी कोई लक्षण नहीं दिखे। इस पर डॉक्टरों ने उसे होम आइसोलेशन (स्वस्थ होने तक घर में रहने) की सलाह देकर वापस भेज दियासंदिग्ध अवस्था में अस्पताल आए युवक से , बगैर मास्क लगाए डॉक्टर आलोक सक्सेना चर्चा करते रहेइतना ही नहीं डॉक्टर उस समय डेंटल वार्ड में बैठे थे। उन्होंने विजयसिंह को भी सामान्य मरीजों की तरह उसी कक्ष में बलवा लिया। चर्चा के बाद ब्लड चेक कराने के लिए पर्चा लिख दियायानी संदिग्ध को भी अलग वार्ड में भेजने के बजाए उन्होंने सामान्य मरीजों के बीच भेज दिया। हालांकि बाद में डॉक्टर सक्सेना ने कहा कि युवक में कोरोना संबंधी कोई लक्षण ही नहीं थे। ज्ञात रहे मदाना निवासी विजयसिंह सिंगापुर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और 6 मार्च को अपने गांव आए हैंकोरोना संदिग्धों को भर्ती रखने के लिए बनाए गए वार्ड की सफाई व्यवस्था की भी पोल खल गई। संदिग्ध मरीज के आने पर जब इस वार्ड को दरवाजा खोला गया तो धूल व मिट्टी जमी दिखाई दी। इस पर ताबड़तोड़ कर्मचारियों ने सफाई की। झाडू से सफाई करने के बाद मरीज को वार्ड में शिफ्ट किया गया।


पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ की बेटी ने ससुराल में की आत्महत्या


शिवपरीमध्यप्रदेश में शिवपुरी जिले की पोहरी सीट से विधायक रहे सुरेश धाकड़ की बेटी ने शुक्रवार को राजस्थान के बारां जिले में स्थित ससुराल में आत्महत्या कर ली। धाकड़ ने ज्योतिरादित्य के समर्थन में इस्तीफा दे दिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद धाकड़ चाटर्ड प्लेन से पहले बारा, फिर यहा स बासखंड़ा पहुच। बताया जा रहा है कि वे बेटी का शव लेकर पोहरी आ रहे हैं। धाकड़ की बेटी ज्योति की शादी 4 साल पहले केलवाड़ा थाना क्षेत्र के बांसखेड़ा माल । निवासी डॉ. जय सिंह मेहता से हुई थी। शादी के बाद मेहता पर एक युवती ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। बताया जा रहा है कि इसी वजह से ज्योति काफी परेशान थी। घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर पहंचे ज्योति के परिजन ने बताया कि हमें सुबह सूचना मिली कि तबीयत खराब हो गई है। यहां पहुंचे तो ज्योति जमीन पर पड़ी थी, जिसके गले पर निशान भी थे। परिजन ज्योति को लेकर चिकित्सालय पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद विधायक के परिजन थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया !


15 वर्षीय की नाबालिग से छेड़छाड़ करने वालो को एक-एक साल की कैद


रतलाम। 15 वर्षीय किशोरी से छेड़छाड़ पर दो भाइयों को पॉक्सो मामलों के विशेष न्यायाधीश तरुणसिंह ने एक-एक साल कारावास की सजा सुनाई। दो-दो हजार अर्थदंड लगाया। अभियोजन की ओर से पैरवी लोक अभियोजक गौतम परमार ने की। होली मनाने के लिए 15 वर्षीय किशोरी मामा के घर गई थी। घटना दिनांक 14 अप्रैल 2017 को सुबह करीब 10 बजे छोटी बहन के साथ पानी भरने के लिए कुएं पर गई थीविक्रम सिंह पिता मांगू सिंह (21) निवासी मोरिया बड़े भाई पप्पूसिंह (25) के साथ बाइक पर आया। बाइक से उतरकर विक्रमसिंह ने किशोरी का हाथ पकड़कर छेड़छाड़ की। शोर मचाने पर खेत से मामा आए तो धमकाते हुए दोनों दोषी बाइक से भाग निकले। मामा ने किशोरी के पिता को जानकारी दी। पिता व मामा के साथ बरखेड़ाकला थाने जाकर किशोरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। 17 अप्रैल 2017 को आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय में चालान पेश किया। विशेष न्यायाधीश तरुण सिंह ने फैसले में आरोपियों को दंडित किया।